जानिए कैसे सोशल मीडिया ऐप का इस्तेमाल करके दी जा सकेगी ऑनलाइन शिक्षा

By Career Keeda | Apr 24, 2020

कोरोना वायरस जिसने पूरी दुनिया में हाहाकार मचा रखा हैं। जिसने दुनिया की आधी आबादी को अपने घरों में कैद करके रखा हुआ है। भारत में इस महामारी को रोकने के लिए 3 मई तक लॉक डाउन है। सभी स्कूल, कॉलेज, शिक्षा संस्थान, जिम, मॉल, सिनेमाघर और जितने भी गैरजरूरी दफ्तर हैं वह सभी बंद हैं। सभी लोग अपने घरों में हैं और घर से ही काम कर रहे हैं। इस महामारी का असर शिक्षा पर भी साफ देखा जा सकता है।

लॉक डाउन के कारण बच्चे, छात्र-छात्राएं पढ़ने नहीं जा सकते तो वह अपने घरों से ही ऑनलाइन शिक्षा ले रहे हैं। सभी अध्यापक और प्रोफेसर बच्चों की ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं। यहां तक कि बच्चों को पढ़ने में किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो उसके लिए अब ऑनलाइन बुक भी उपलब्ध करा दी गई हैं। कुछ शिक्षा संस्थान तो ऑनलाइन ही बच्चों की परीक्षा और पेपर करवा रहे हैं। ऐसे में इन अध्यापकों की मदद के लिए सोशल मीडिया एप्स जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक, यूट्यूब आदि  एक अहम भूमिका निभा रहे हैं और इनके काम को आसान बना रहे हैं। आज हम आपको बताएंगे कैसे इन्हीं सोशल मीडिया ऐप का इस्तेमाल करके जिन्हें हमारे बच्चे दिन रात चलाते रहते हैं उनके जरिए वह कैसे अपनी ऑनलाइन शिक्षा को हासिल कर सकते हैं।

COVID-19 के कारण अभूतपूर्व सामाजिक गड़बड़ी और घरेलू संगरोध को देखते हुए, सोशल मीडिया प्लेटफार्मों में शिक्षण-अधिगम प्रक्रियाओं में योगदान करने की अपार संभावनाएं हैं। जब स्कूलों और कॉलेजों के लिए भौतिक पहुंच बंद हो जाती है, तो हम इन प्लेटफार्मों का शैक्षणिक गतिविधियों के रूप में प्रभावी ढंग से इस्तेमाल करके इनका लाभ उठा सकते हैं।

1.व्हाट्सएप - व्हाट्सएप जो भारत का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप है उसका प्रयोग ग्रुप, वर्चुअल क्लास और पोस्ट असाइनमेंट को व्यवस्थित करने के लिए किया जा सकता हैं। शिक्षक छात्रों के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बना कर उसमें ग्रुप डिस्कशन कर सकते हैं।अध्यापक किसी विषय से संबंधित दस्तावेज,अपनी वीडियो या अपनी आवाज को रिकॉर्ड करके बच्चों से साझा कर सकते हैं।

2.फेसबुक - प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक का उपयोग विभिन्न रूपों में शैक्षिक सामग्री साझा  करने के लिए किया जा सकता हैं।इसके अलावा वे छात्रों के साथ बातचीत कर सकते हैं। अध्यापक बच्चों को लाइव लेक्चर दे सकते हैं। शिक्षक फेसबुक मैसेंजर के माध्यम से व्यक्तिगत रूप से छात्रों को समझा सकते हैं और उनकी प्रतिक्रिया भी ले सकते हैं।

3.ट्विटर- माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर का उपयोग विभिन्न विषयों पर जानकारी प्राप्त करने  और विशिष्ट विषयों पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा करने आदि के लिए किया जा सकता है। यह छात्रों और शिक्षकों के बीच जुड़ाव और सहयोग को बढ़ावा दे सकता हैं।

4.एडमोडो- यह एक मुफ्त और सुरक्षित ऑनलाइन शैक्षणिक शिक्षण नेटवर्क है। शिक्षक एडमोडो पर एक डिजिटल क्लासरूम स्पेस बना सकते हैं जहाँ छात्र एक साथ काम कर सकते हैं और विचारों और संसाधनों को साझा कर सकते हैं। प्लेटफ़ॉर्म के क्विज़ बिल्डर या पोल फ़ीचर का उपयोग छात्र की प्रगति का आकलन करने के लिए किया जा सकता है। प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग छात्रों को अपना काम साझा करने के लिए प्रोत्साहित हेतु भी किया जा सकता हैं।

5.इंस्टाग्राम- फोटो और वीडियो-शेयरिंग प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम का उपयोग अपना कार्य और कहानी बताने के लिए किया जा सकता है। प्लेटफॉर्म का उपयोग प्रासंगिक और शैक्षिक वीडियो साझा करने के लिए भी किया जा सकता है। IGTV उपयोगकर्ताओं को एक घंटे तक के वीडियो साझा करने की भी सुविधा देता हैं।

6.टेलीग्राम- NISHTHA प्रशिक्षण के दौरान कई राज्यों जैसे असम, कर्नाटक, ओडिशा, पंजाब और राजस्थान ने टेलीग्राम का उपयोग सूचना के आदान-प्रदान के लिए किया था। वही टेलीग्राम शिक्षकों द्वारा विभिन्न विषयों पर छात्रों के साथ बातचीत करने के लिए उपयोग किया जा सकता हैं।

7.ब्लॉगर- यह गूगल द्वारा प्रदान की जाने वाली एक ब्लॉग प्रकाशन सेवा है। विभिन्न विषयों के कठिन विषयों पर सामग्री लिखने और साझा करने के लिए ब्लॉग का उपयोग किया जा सकता है। शिक्षक चित्रों, वीडियो, ऑडियो, पीपीटी आदि को जोड़कर बच्चों के सामने प्रदर्शित कर सकते हैं। वर्डप्रेस का उपयोग करके एक कक्षा ब्लॉग भी बनाया जा सकता है, जिसमें शिक्षक और छात्र अपने विचारों को पोस्ट और उस पर चर्चा कर सकते हैं।

8.स्काइप- यह एक वीडियो कॉलिंग प्लेटफॉर्म है जिसका उपयोग लाइव डिस्कशन और प्रश्नों को साझा करने के लिए किया जा सकता हैं।

9.पिंटरेस्ट- यह एक अन्य विज़ुअल सोशल नेटवर्किंग साइट है जिसका उपयोग शिक्षकों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों की जानकारी खोजने के लिए किया जा सकता हैं। इसका उपयोग शिक्षकों द्वारा छात्रों के लिए कला और शिल्प करी हेतु भी किया जा सकता हैं।

10.गूगल हैंगऑउट- शिक्षक अपने घर से लाइव स्ट्रीम क्लास के लिए हैंगआउट का उपयोग कर सकते हैं, जिसके चलते छात्र भी अपने-अपने घरों से अध्यापकों से सीधा संवाद कर सकते हैं।ऑडियो या वीडियो चैट के माध्यम से छात्र और शिक्षक ग्रुप डिस्कशन कर सकते हैं।