अगर आप भी कर रहे हैं NDA के एग्ज़ाम की तैयारी तो ज़रूर पढ़ें ये आसान टिप्स

By Career Keeda | Mar 25, 2020

आज के दौर में लोग प्राइवेट सेक्टर की तरफ़ ज्यादा रूझान दिखाते है। हर कोई ज्यादा पैसे कमाने और शिखर पर जल्दी पहुँचने की होड़ में लगा हुआ है। साथ ही आज के समय में स्कूल और कॉलेज में पढ़ रहे विद्यार्थियों को भी भविष्य की चिंता रहती है इसलिए वह अक्सर सरकारी और प्राइवेट नौकरी के बीच चुनाव में फंसे रहते हैं कि कौन-सी नौकरी उनके भविष्य को उज्ज्वल बना सकती है। 

अगर बात करें प्राइवेट सेक्टर की तो लोगों को अधिक मात्रा में पैसों की आवश्यकता पड़ती है और हर वर्ग का व्यक्ति उस शिक्षा को प्राप्त नही कर पाता। और प्राइवेट नौकरी की कोई लंबी आयु भी नही होती इसिलए आज हम आपको बताएंगे सरकारी नौकरी कहाँ और कैसे प्राप्त करे।

आज जहाँ हर कोई डॉक्टर,इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी में भविष्य बनाने की सोचता है। वही सैन्य सेवा का भी रूझान लोगो में कम नही हुआ है। बाकी नौकरियों की तरह ही देश का बहुत ही बड़ा युवा वर्ग हर साल परीक्षा दे सेना में जाने के लिए अप्लाई करता है। सरकारी नौकरी ओर सेना में भविष्य देख रहे युवाओं के लिए प्रति वर्ष (नेशनल डिफेंस एकेडमी) की परीक्षा आयोजित की जाती है, जिसके अंदर आर्मी, नेवी, एयरफोर्स और नेवल अकादमी की संयुक्त परीक्षा होती है। यूपीएससी के द्वारा यह परीक्षा पूरे देश में कराई जाती है।

अगर बात करें भारत की तो यहाँ कुल 41 सेंटर है जहाँ यह परीक्षा आयोजित कराई जाती है। जिस के अंदर हर तरह की सरकारी नौकरी होती है। NDA की परीक्षा में बैठना और देश के प्रति सेवा भाव रखना ही बहुत गर्व की बात होती है। किन्तु NDA के भी अपने दिशा निर्देश होते है। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण है कि इस परीक्षा में बैठने वाला व्यक्ति अविवाहित होना चाहिए साथ ही परीक्षा में बैठने वाले व्यक्ति की आयु 17 वर्ष से लेकर 19 वर्ष तक होनी चाहिए। NDA की इन शर्तों का पालन करना हर किसी के लिए आवश्यक है। साथ ही में हम आपको बता दे कि इस परीक्षा में बैठने के लिए इंटर पास होना बहुत ही आवश्यक है। यानी सेना में भर्ती होने के लिए कम से कम 12वीं तक की शिक्षा अनिवार्य है। साथ ही में इस परीक्षा में बैठने के लिए 12वीं में
फिजिक्स, कैमिस्ट्री और मैथ्स पढ़ा हो तभी आप अप्लाई कर सकते हैं और 12वीं में पढ़ रहे विद्यार्थी परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते है। 

अब हम आपको बताएंगे की कैसे आप NDA की परीक्षा की तैयारी करें ताकि आपका खर्च भी कम हो और लाभ भी पूरी तारह मिल सके। किसी भी परीक्षा पास करने  का सबसे सरल और आसान तरीका होता है उसकी पुरानी परीक्षा के प्रश्नपत्र को ढंग से पढना और उसे सॉल्व करने की कोशिश करना। सरकारी परीक्षाओं के प्रश्नपत्र जब तक उनमें बदलाव करने के आदेश ना आये, तब तक लगभग एक ही तरीके के होते हैं। NDA के एग्जाम का पैटर्न काफी लंबे समय से बदला नहीं है और हर साल उन्ही किताबों और सिलेबस में से ही प्रशन आते है। इसके अलावा परीक्षा में आने वाले सवालों का पैटर्न भी एक जैसा रहता है तो परीक्षा में बैठने वाले व्यक्ति के लिए अनिवार्य हो जाता है कि परीक्षा में बैठने से पहले वो पिछले वर्ष के प्रश्नपत्र को एक बार जरूर देख ले क्योंकि प्रश्नपत्र को बार-बार हल करने से मानसिक रूप से विद्यार्थी मजबूत हो जाता है। 

NDA की परीक्षा में बैठने वाले छात्र की गणित बहुत मजबूत और तेज़ होनी चाहिये। इस परीक्षा में मैथ्स बहुत अनिवार्य विषय माना जाता है। गणित को मज़बूत करने का सबसे सरल तरीका है ज्यादा से ज्यादा सवालों को करें और अपनी स्पीड बढ़ाएं और अन्य विषयों के मुकाबले गणित को ज्यादा समय दे। NDA की परीक्षा में बैठने के लिए और उसके लायक बनने के लिए अनुशासित होना बहुत महत्वपूर्ण हैं इसलिए शुरूआती दौर में विद्यार्थी को समय को संतुलित करना आना चाहिए और कोशिश करनी चाहिए की एग्जाम के समय सही सवाल को उसकी आवश्यकता के अनुसार समय दे सके क्योंकि NDA के एग्जाम में एनालिटिकल सवाल पूछे जाते है जिनमें ज्यादा समय लगता है। इसलिए इन्हें हल करने के लिए टाइम मैनेजमेंट सीखना सबसे ज्यादा जरूरी है और साथ में यह ध्यान रखना चाहिए की आसानी से आने वाले सवालों को जल्दी सॉल्व करे। यदि किसी सवाल में सीमित समय से ज्यादा टाइम लग रहा है तो उससे छोड़ कर आगे बढ़ना चाहिए। एक ही सवाल में उलझना नहीं चाहिए। साथ ही विद्यार्थियों को एग्जाम में शीट पर सही स्पेस का ध्यान देना चाहिए। NDA के एग्जाम में रफ़ वर्क के लिए बहुत ही कम स्पेस दिया होता है तो पेपर लिखने वाले व्यक्ति को अपनी लिखाई और पेपर की सफाई  पर भी अवशय ध्यान देना चाहिए। और जितना हो सके कैलकुलेशन करने के अलग-अलग तरीके सीखें और कैलकुलेशन की स्पीड को तेज़ बनाए ताकि पेपर को सही तरीके से सॉल्व कर सकें।

साथ ही NDA की परीक्षा के लिए सामाजिक ज्ञान भी बहुत जरूरी है। परीक्षा में बैठने वाले व्यक्ति के लिए अनिवार्य है कि उसकी सामाजिक ज्ञान पर सही पकड़ हो। सामाजिक ज्ञान को करेंट अफैयर्स भी कहते है और  इसे मजबूत करने  के लिए छात्र को न्यूज़पेपर, मैगज़ीन और किताबे ज्यादा से ज्यादा पढ़नी चहिये। जिससे परीक्षा में बैठने वाले विद्यार्थियों को ज्यादा दिक्कते नही आती। साथ ही व्यक्ति को अपने शारीरिक और मानसिक स्थिति का ध्यान रखना चहिये। क्योंकि NDA की परीक्षा में शारीरिक और मानसिक रूप से भी व्यक्ति की जाँच होती है।