कॉमर्स के छात्रों के लिए 12वीं के बाद मिलते हैं गजब के करियर ऑप्शन्स, ये रही पूरी जानकारी

By Career Keeda | May 15, 2020

किसी भी कॉमर्स बैकग्राउंड वाले छात्र के लिए करियर में बेहतर प्लेसमेंट के कई विकल्प मौजूद होते हैं लेकिन फिर भी 12वीं के बाद कॉमर्स के छात्रों को एक अच्छे ऑप्शन का चुनाव करने की चुनौतियां होती हैं। जिन्हें दूर करने के लिए हम इस पोस्ट में कुछ चुनिंदा बेहतरीन कोर्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जो करियर में सफलता के लिए सबसे ज्यादा मददगार हो सकते हैं।


डिपार्टमेंट ऑफ अकाउंट और कॉमर्स से बीकॉम (B.com)
सबसे पहले यह जान लेना आवश्यक है कि बीकॉम क्या है? B.com का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ कॉमर्स होता है जिसे भारत के समस्त महाविद्यालयों में संचालित किया जाता है। इस कोर्स की अवधि सभी काॅलेजों में 3 साल की होती है।


चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) का कोर्स
कॉमर्स के छात्रों द्वारा चार्टर्ड अकाउंटेंट का कोर्स करने की होड़ सबसे ज्यादा देखी जाती है। इसलिए भारत के अलग-अलग हिस्सों में सीए की तैयारी कराने के लिए कोचिंग इंस्टिट्यूट भी चलाए जा रहे हैं। सीए का कोर्स वाणिज्य के छात्रों द्वारा किया जा सकता है। लेकिन सीए फाइनल परीक्षा पास करने तक लगनशील मेहनत करनी पड़ती है। चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने से पहले काॅमन प्रोफिशिएंसी टेस्ट की परीक्षा पास करनी होती है।
सीए कोर्स में मर्केटाइल लॉ, क्वांटिटेटिव, जनरल इकोनॉमी, अकाउंट जैसे सब्जेक्ट होते हैं। जिनके विस्तृत अध्ययन करने से सीए बना जा सकता है। वहीं किसी भी काॅमर्स के छात्र को सीए बनने के लिए 12वीं कक्षा में कम से कम 50 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण होना अनिवार्य होता है।


कंपनी सेक्रेटरी (CS)
12वीं के बाद कंपनी सेक्रेटरी कोर्स की करियर को संवारने में अहम भूमिका होती है। किसी कंपनी का सेक्रेटरी बनने की खातिर आपको सीएस का कोर्स करना होगा। लेकिन सीएस में प्रवेश की पात्रता के लिए किसी भी विषय से स्नातक की डिग्री होनी अनिवार्य है। आईसीएमआई अर्थात इंस्टिट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेट्रीज ऑफ इंडिया के द्वारा पूरे भारत में सेक्रेटरी प्रोग्राम का संचालन किया जाता है, याद रखें कि फाइन आर्ट्स का अध्ययन करने वाले छात्र सीएस का कोर्स नहीं कर सकते हैं। CS कोर्स के तीनों चरणों एग्जीक्यूटिव, प्रोफेशनल व फाउंडेशन के कोर्स को करने के बाद किसी एक्सपीरियंसधारी कंपनी सेक्रेटरी के साथ बतौर असिस्टेंट सेक्रेटरी रहकर 1.5 साल की ट्रेनिंग करना भी अनिवार्य होता है।


कॉमर्स में करियर बनाने करें BCA का कोर्स
बैचलर इन कंप्यूटर एप्लीकेशन (BCA) का कोर्स 12वीं के बाद केवल कॉमर्स के छात्र ही नहीं बल्कि अन्य कई स्ट्रीमों के छात्र भी करते हैं। लेकिन यह कोर्स विशेषत: कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों के लिए मददगार साबित होता है। 3 साल की इस कोर्स की अवधि के दौरान आप सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग जैसी कई अन्य चीजें भी सीखते हैं। BCA की डिग्री हासिल करने के बाद आप किसी भी आईटी कंपनी में जॉब के हकदार हो जाते हैं। BCA के बाद कंप्यूटर एप्लीकेशन में मास्टर डिग्री भी की जा सकती है। जिसे आप किसी भी सॉफ्टवेयर कंपनी में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर नौकरी पा सकते हैं।


बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन से कॉमर्स के छात्र बनाएं अपना करियर
बैचलर ऑफ कॉमर्स (B.com) का कोर्स करने के बाद बीबीए यानी बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन का कोर्स भी किया जा सकता है। यदि आप चाहें तो 12वीं के बाद भी कॉमर्स बैकग्राउंड रखते हुए बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (BBA) का 3 साल का कोर्स कर सकते हैं। BBA करने के बाद आप बिजनेस मैनेजमेंट में करियर बनाने की ओर बढ़ सकते हैं।