लॉयर बनने के लिए सिर्फ CLAT ही नहीं ये जानकारी भी है जरूरी

By Career Keeda | Feb 27, 2020

12वीं तक की पढ़ाई करने के बाद स्टूडेंट अपनी आगे की पढ़ाई के लिए प्रोफेशनल कोर्स का चूनाव करते हैं जिससे की उनको भविष्य में नौकरी पाने में कोई परेशानी न हो। आपको बता दें की 12वीं के बाद बहुत से अलग-अलग कोर्स हैं जिनका चूनाव किया जाता है उनमें से एक है लॉ। 

बहुत से स्टूडेंट ऐसे होते हैं जो लॉयर बनना चाहते हैं लेकिन उन्हें पता नहीं होता की लॉयर बना कैसे जाता है। क्या आप भी एक लॉयर बनना चाहते है पर ये पता नहीं है की लॉयर कैसे बने तो आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे की आप लॉयर कैसे बन सकते हैं। इस लेख को पढ़ कर आपको पता चल जाएगा की लॉयर क्या है, लॉयर बनने के लिए क्या करें और इसको करने के लिए क्या-क्या स्किल्स होनी चाहिए।

लॉयर क्या होता है

अगर आप सोचते हैं के लॉयर वो होता है जो कोर्ट में इन्साफ के लिए मुक़दमे लड़ता है, तो आप सही है पर यह पूरी तरह सही नहीं है, लॉयर होना इससे कहीं अधिक है। आजकल के आधुनिक दुनिया में लॉयर सिर्फ वो नहीं है जो डिस्ट्रिक कोर्ट, हाई कोर्ट और सुप्रिम कोर्ट में मुक़दमे लड़ता है। यह बात कुछ दशक पहले तक सही थी, लेकिन अभी के समय में लॉयर के लिए बहुत से करियर मौजूद हैं, वो बहुत से संस्था में काम करता है। 

आपको बता दें एक लॉयर बहुत से कानूनी मामलो में एक्सपर्ट हो सकता है जैसे की व्यपार, समाज, पर्यावरण, इन्टरनेट आदि। सामान्य तौर पर लॉयर वो होता है जिनके पास लॉ की डिग्री होती है। लॉ की डिग्री लेने के बाद आप वकील बन सकते हैं, सरकार के कानूनी सलाहकार बन सकते हैं और भी बहुत कुछ है जोकि आपको हम इस आर्टिकल में बताएंगे। 

लॉयर कैसे बने

लॉ की पढाई करने के लिए उम्मीदवार 12th Class में 50 % अंको से पास होना जरुरी है। बारवी के बाद एक परीक्षा होती है, कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट परीक्षा (CLAT)। इस परीक्षा में पास होने के बाद उम्मीदवार को लॉ के पांच साल के कोर्स बैचलर ऑफ LLB में एडमिशन मिलता है। यदि उम्मीदवार 50 % अंको से ग्रेजुएट पास है तो उसे लॉ के तीन साल के कोर्स मास्टर्स ऑफ LLB में एडमिशन मिलता है। लेकिन उससे पहले भी कोमेन लॉ एडमिशन टेस्ट परीक्षा पास होना जरुरी है तभी लॉ के तीन वर्षीय पाठय़क्रम में एडमिशन मिलता है।

वकील बनने के लिए क्वालिटी क्या-क्या होना चाहीए

दिमाग हमेशा सक्रिय होना चाहिए

बोलने में माहिर होना चाहिए

याददाश्त तेज होनी चाहिए

मुस्किलो का सामना हिम्मत से करने वाला होना चाहिए

समझने की क्षमता होनी चाहिए