पायलट बनने का सपना है तो इन बातों की जानकारी है बेहद ज़रूरी

By Career Keeda | May 25, 2021

बचपन से ही हम सबका कोई न कोई सपना होता है कि हम बड़े होकर क्या बनना चाहते हैं। ज़्यादातर बच्चे बचपन से ही डॉक्टर, इंजीनियर या पायलट बनना चाहते हैं। आजकल हर कोई एक अच्छी और प्रोफेशनल जॉब करना चाहता है। आज के समय में देश के कई बच्चे पायलट बनने का सपना देखते हैं क्योंकि यह  एक ऐसा प्रोफेशन है जिसमें अच्छी सैलरी के साथ-साथ कई अन्य सुख-सुविधाएं भी मिलती हैं। यह जॉब रोमांच से भरपूर तो है ही, इसके साथ ही इस जॉब में आपको नई - नई जगहों पर जाने का मौका भी मिलता है। अगर आप भी पायलट बनना चाहते हैं तो आपको पहले तय करना पड़ेगा कि आप इंडियन एयरफोर्स में पायलट बनना चाहते हैं कमर्शियल पायलट। दोनों के लिए अलग-अलग प्रोसीजर और कोर्सेज होते हैं। आज के इस लेख में हम आपको कमर्शियल पायलट बनने से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी देंगे। 

 
कमर्शियल पायलट बनने के लिए योग्यता 
 
 
उम्र सीमा 
इस फील्ड के लिए कम से कम उम्र सीमा 16 साल है
 
कमर्शियल पायलट बनने के लिए स्टूडेंट पायलट लाइसेंस SPL (Student pilot license) और प्राइवेट पायलट लाइसेंस PPL (Private Pilot License) होना जरूरी है।
 
स्टेप 1 
अगर आप पायलट बनना चाहते हैं तो आपको 12वीं  के बाद  SPL के लिए अप्लाई करना पड़ेगा। इसके लिए आपको  DGCA (Directorate General of Civil Aviation), गवर्नमेंट ऑफ इंडिया द्वारा मान्यता प्राप्त किसी फ्लाइंग क्लब में एडमिशन लेना होगा। यहां एडमिशन पाने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम और मेडिकल टेस्ट पास करना होगा। साथ ही आपको सिक्योरिटी क्लीयरेंस और 10,000 रुपये की बैंक गारंटी की भी ज़रूरत पड़ेगी। इसके बाद आपको कई विषयों जैसे एयर रेग्यूलेशंस, एविएशन मेट्रोलॉजी, एयर नेविगेशन और इंजन के बारे में एक एग्‍जाम देना होता है, जिसे पास करने के बाद SPL का सर्टिफिकेट मिल जाता है।
 
स्टेप 2 
स्टूडेंट पायलट लाइसेंस (SPL) मिलने के बाद अगला कदम है प्राइवेट पायलट लाइसेंस (PPL) प्राप्त करना। इसके लिए करीब 60 घंटे तक की फ्लाइंग की जरूरी होता है, जिसमें ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर के साथ और सोलो फ्लाइंग शामिल होती है। PPL हासिल करने के लिए उम्र सीमा कम से कम 17 साल और 12वीं क्लास पास होना ज़रूरी है। इसके साथ ही आर्म्ड फोर्सेज़ सेंट्रल मेडिकल इस्टैब्लिशमेंट से मेडिकल सर्टिफिकेट होना जरूरी है। 
 
स्टेप 3 
PPL के बाद कमर्शियल पायलट लाइसेंस (CPL) के लिए अप्लाई करना होता है। CPL तभी मिलता है जब आपने कम से कम 250 घंटे की उड़ान पूरी कर रखी हो। अगर किसी ने 750 घंटों से ज़्यादा फ्लाइंग टाइम पूरा किया हो तो उसको सीनियर कमर्शियल पायलट लाइसेंस (SPCL) मिलता है। CPL या SPCL मिलने के बाद ही आप कमर्शियल पायलट के तौर पर नौकरी कर सकते हैं।