स्कूली छात्रों के लिए राहत की खबर CBSE ने पाठ्यक्रम से गैरजरूरी टॉपिक को हटाने का लिया फैसला

By Career Keeda | Jun 15, 2020

अशोक विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एक आभासी सम्मेलन में CBSE के अध्यक्ष मनोज आहूजा ने कहा की, "हम शिक्षा प्रणाली में अचानक बदलाव नहीं ला सकते जिससे भ्रम और अनिश्चितता पैदा हो। पाठ्यक्रम में सुधार सीखने के परिणामों के साथ तालमेल बिठाने वाले हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि, "संस्थान ने शैक्षिणक नुकसान की भरपाई के लिए पाठ्यक्रम को युक्तिसंगत बनाने पर काम शुरू कर दिया है और एक महीने में कम किया गया पाठ्यक्रम तैयार हो जाएगा। हम मुख्य और जरूरी टॉपिक को पाठ्यक्रम में रख रहे हैं और उन टॉपिक को हटा रहे हैं, जो अनावश्यक हैं।"

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने अप्रैल में घोषणा की थी कि CBSE कोविड-19 लॉकडाउन के कारण हुई शैक्षिणक नुकसान के लिए सभी कक्षाओं के लिए अगले शैक्षणिक कैलेंडर के लिए पाठ्यक्रम को कम कर देगा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय वर्तमान शिक्षा सत्र में स्कूल के पाठ्यक्रम को छोटा करने और शैक्षिक घंटे को कम करने की योजना पर काम कर रहा है ताकि कोविड-19 महामारी से होने वाले शैक्षणिक नुकसान की भरपाई की जा सके।

केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट किया कि, "वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए और माता-पिता और शिक्षकों से बहुत सारे अनुरोध प्राप्त करने के बाद, हम आने वाले शैक्षणिक वर्ष के लिए पाठ्यक्रम और शैक्षणिक घंटे कम करने के विकल्प पर विचार कर रहे हैं।"
उन्होंने सभी शिक्षकों, शिक्षाविदों और शिक्षा विशेषज्ञों से इस मामले पर अपने विचार साझा करने की अपील की है। मानव संसाधन विकास मंत्री ने लोगों से अनुरोध किया है कि वह मंत्रालय या उनके ट्विटर और फेसबुक पेज पर "हैशटैग छात्रों के लिए सिलेबस 2020" का उपयोग कर अपने सुझाव रखें ताकि हम निर्णय लेते समय उन्हें ध्यान में रखें।

समूचे देश में 20 मार्च से सभी स्कूल, कॉलेज और  सारे शैक्षिक संस्थान बंद कर दिए गए थे। 25 मार्च से चल रहे लॉकडाउन के दौरान छात्रों की शिक्षा का नुकसान ना हो इसके लिए सरकार ने सभी के साथ मिलकर ऑनलाइन टीचिंग और ई-लर्निंग को बढ़ावा दिया, जिसके माध्यम से सभी छात्र ऑनलाइन, टेलीविजन और रेडियो प्रसारण के माध्यम से पढ़ रहे रहे हैं। CBSE ने छात्रों के लिए वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर भी जारी कर दिया है। HRD मंत्री रमेश पोखरियाल का कहना है कि 15 अगस्त के बाद स्कूल, कॉलेजों और शैक्षणिक संस्थानों को खोले जाने की संभावना है।