नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की तरफ से मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम होने वाला है। ऐसे में सभी राज्यों ने इस बार किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए मिलकर प्लान बनाया है। सभी राज्यों के डीएम और पुलिस के आला अधिकारियों के साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने कई स्तर की बैठकें की हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बार प्रश्न पत्र और OMR शीट सेंटरों तक पहुंचाने में पुलिस की सहायता ली जाएगी। इसके साथ ही कोचिंग सेंटरों और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
बता दें कि साल 2024 में नीट का पेपर लीक होने की शिकायतें सामने आई थीं। जिसके बाद एनटीए की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई थी। ऐसे में अब गड़बड़ी को रोकने के लिए सभी राज्यों में स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर प्लान पर काम किया जा रहा है।
देश भर में नीट एग्जाम के लिए करीब 5500 सेंटर बनाए गए हैं। इन सभी सेंटरों के निरीक्षण के साथ ही एग्जाम वाले दिन यहां पर एनटीए अधिकारी और पुलिस का भी बंदोबस्त रहेगा। वहीं जिला स्तर पर कमेटी बनाई गई हैं, जोकि अपने-अपने दायरे में आने वाले हर सेंटर को देखेंगी। इसके अलावा पुलिस भी इन सेंटरों पर नजर रखेगी। परीक्षा से जुड़ी गोपनीय दस्तावेजों को सेंटर तक पहुंचाने में पुलिस की मदद ली जाएगी।
इसके अलावा यदि जिला स्तर कमेटी और पुलिस पर किसी भी तरह का कोई संदेह होता है, तो उस स्थान का औचक निरीक्षण किया जाएगा। परीक्षा सेंटरों पर निरीक्षण के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट भी जाएंगे। वहीं सेंटरों पर तैयारियों की समीक्षा का जायजा लेने के लिए डीएम और एसपी विजिट करेंगे। माना जा रहा है कि साल 2024 में जो शिकायतें सामने आई थीं, उन्हीं का आकलन करने के बाद यह प्लान बनाया गया है। सरकारी स्कूलों और संस्थानों में इस बार सबसे ज्यादा सेंटर बनाए गए हैं। वहीं एनटीए ने संदिग्ध दावों की रिपोर्टिंग के लिए खास ऑनलाइन पोर्टल भी बनाया है।